गवैया नसरूदीन

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एक बार नसरूदीन नहाने बाथरूम में गया और जोर जोर से गाने लगा। मुल्ला को उस दिन अपनी आवाज सुनकर बहुत अच्छा लगा। उसने सोचा कि अब वह भी गा सकता है। जब मुल्ला बाहर गांव में गया तो जोर जोर से गाने लगा। आस पास के व्यक्तियों ने कहा, ’’मुल्ला तुम बेसुरे हो, ऐसा गाना मत गाओ।’’ मुल्ला ने कहा, ’’ अच्छा, यदि तुम मेरे सुर देखना चाहते हो तो यहीं, बाथरूम बनवाओं और फिर सुनों मेरी आवाज़।’’