दोस्त बीमार था, नाम नहीं बता पाया

मुल्ला नसरूदीन एक रात बहुत लेट घर आया, लगभग तीन बजे के करीब और वो भी नशे की हालत में। मुल्ला की पत्नी ने दरवाजा खोला और चिल्लाते हुए कहा, ’’ कहां थे इतनी रात तक।’’ मुल्ला ने धीरे से कहा, ’’ अपने बीमार दोस्त के यहां बैठा था, उसकी देखभाल कर रहा था।’’ मुल्ला की पत्नी ने कहा, ’’ ठीक है, नाम तो बताओ अपने बीमार दोस्त का।’’ मुल्ला ने बहुत सोचा, बहुत सोचा और धीरे से कहा, ’’ वो इतना बीमार था कि अपना नाम ही नहीं बता पाया।’’